ओपन-सोर्स सॉफ़्टवेयर वह होता है जब कंपनियाँ अपने प्रोग्राम के कोड (इस मामले में, एक VPN) को सार्वजनिक रूप से उपलब्ध कराती हैं। इसका मतलब है कि कोई भी कंपनी के सॉफ़्टवेयर की समीक्षा कर सकता है ताकि यह सत्यापित किया जा सके कि कंपनी जो दावा कर रही है वह सच है और उसके पास छुपाने के लिए कुछ नहीं है।
VPN सेवाएँ अपना कोड सार्वजनिक क्यों करती हैं?
यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि सभी VPN कंपनियों का कोड ओपन-सोर्स नहीं होता। वो कंपनियाँ जो अपना कोड सार्वजनिक करना चुनती हैं, आमतौर पर दो कारणों से ऐसा करती हैं:
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ताकि कोई भी उपयोगकर्ता सत्यापित कर सके कि कंपनी उपयोगकर्ताओं की जानकारी इकट्ठा नहीं करती है (No-logs policy)।
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भरोसा बढ़ाने के लिए यह दिखाकर कि कंपनी किसी भी समय ऑडिट के लिए खुली है और सुरक्षा तथा गोपनीयता के सिद्धांतों का पालन करती है।
ओपन-सोर्स का उपयोग करने वाली वीपीएन सेवाओं के उदाहरण।
- Proton VPN (Proton VPN एक प्रसिद्ध VPN सेवा है जिसमें 10 मिलियन+ उपयोगकर्ता हैं और यह स्विट्ज़रलैंड में स्थित है। इसकी मूल्य निर्धारण प्रणाली भी महंगी नहीं है, लेकिन इसके बदले आपको स्थिर और सुपर-फास्ट स्पीड और हर प्रकार की सुरक्षा और नवीनतम डेटा समाधान मिलते हैं।).